नेरचौक-कीरतपुर की दूरी 36 किमी. घटेगी

मंडी। सामयिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण एनएच-21 पर ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए प्रस्तावित कीरतपुर, बिलासपुर-नेरचौक फोरलेन का निर्माण करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। तीन साल की समयावधि के भीतर पूरा होने वाले फोरलेन से बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक मनाली तक सुहावना सफर कर सकेंगे। साथ ही नेरचौक से कीरतपुर के बीच दूरी करीब 36 किलोमीटर तक कम हो जाएगी। 1818 करोड़ की लागत से बनने वाले इस फोरलेन का निर्माण कार्य जीएचवी कंपनी करेगी। प्रदेश सरकार भी नेरचौक से आगे इस फोरलेन को मनाली तक बनाने में दिलचस्पी ले रही है।
दशकों पुराने एनएच-21 पर मौजूदा समय में ट्रैफिक दबाव काफी बढ़ गया है। बिलासपुर से स्वारघाट तक प्रतिदिन 10 हजार ट्रक गुजरते हैं। जिस वजह से एनएच पर हर समय जाम की समस्या रहती है। सामयिक महत्व के इस एनएच पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए कीरतपुर से नेरचौक तक फोरलेन का निर्माण किया जाएगा। फोरलेन के लिए फाइनेंशियल कंपनी आईटीएनएल ने जीएचवी कंपनी को काम सौंपा है। फोरलेन बनने से स्वारघाट से बिलासपुर तक की दूरी 20 से 25 मिनट में तय होगी। वर्तमान में दो घंटे का समय लगता है। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश सरकार फोरलेन सड़क को नेरचौक से आगे मनाली तक बनाने में दिलचस्पी ले रही है।

फोरलेन बनाने को तीन साल का समय
कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन के प्रोजेक्ट आफिसर सतीश कौल का कहना है कि निर्माणाधीन कंपनी को फोरलेन तैयार करने के लिए तीन साल का समय दिया गया है। फोरलेन बनने से नेरचौक से कीरतपुर के बीच की दूरी 36 किलोमीटर कम हो जाएगी। स्वारघाट से बिलासपुर की दूरी मात्र 20 से 25 मिनट में तय होगी।

Related posts